“पंजाब सरकार ने 2025 में बुजुर्गों के लिए नई पेंशन स्कीम लॉन्च की है, जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को 1,500 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वृद्धों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन को बेहतर करने के लिए शुरू की गई है। अब तक 22.64 लाख लाभार्थियों को 3,708.57 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।”
पंजाब में वृद्धों के लिए नई पेंशन योजना: हर महीने 1,500 रुपये की सहायता
पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए एक महत्वाकांक्षी कदम उठाया है। 2025 में शुरू की गई नई पेंशन स्कीम के तहत, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को हर महीने 1,500 रुपये की पेंशन प्रदान की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वृद्धों को वित्तीय सहायता देकर उनके जीवन को अधिक सम्मानजनक और आरामदायक बनाना है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इस स्कीम के तहत पंजाब में 34.09 लाख लाभार्थी हैं, जिनमें बुजुर्ग, दिव्यांग, विधवाएं, बेसहारा महिलाएं और आश्रित बच्चे शामिल हैं। जनवरी 2025 तक, 22.64 लाख बुजुर्गों को 3,708.57 करोड़ रुपये की पेंशन राशि वितरित की जा चुकी है। सरकार ने विभिन्न पेंशन योजनाओं के लिए 5,924.50 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसमें से 4,000 करोड़ रुपये विशेष रूप से वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवंटित किए गए हैं।
इस योजना की पात्रता के लिए कुछ शर्तें निर्धारित की गई हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष और 58 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं, जिनकी वार्षिक आय 60,000 रुपये से कम है, इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं। पेंशन की राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाती है, जिससे पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित होती है।
पंजाब सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पेंशन वितरण में किसी भी तरह की देरी न हो। डॉ. बलजीत कौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पेंशन की बकाया राशि तय समय सीमा में लाभार्थियों तक पहुंचे, और देरी होने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, सरकार ने ‘साडे बुजुर्ग साडा मान’ मुहिम शुरू की है, जिसके तहत अयोग्य पेंशन खातों की पहचान की गई और 166 करोड़ रुपये की वसूली की गई। इस पहल के जरिए 43,644 नए योग्य लाभार्थियों को स्कीम में शामिल किया गया है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल रखा गया है। लाभार्थी ऑनलाइन पोर्टल esewa.punjab.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, और बैंक खाता विवरण जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। ऑफलाइन आवेदन के लिए नजदीकी सामाजिक सुरक्षा विभाग के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। आवेदन की प्रक्रिया 32 दिनों के भीतर पूरी की जाती है, जिसमें दस्तावेजों का सत्यापन और स्वीकृति शामिल है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा, “हमारे बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं। हमारा कर्तव्य है कि उनकी देखभाल की जाए और उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान किया जाए। यह पेंशन स्कीम पंजाब के समृद्ध और खुशहाल भविष्य की दिशा में एक कदम है।”
पंजाब सरकार ने यह भी घोषणा की है कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सर्वेक्षण कराए जा रहे हैं, ताकि उनकी जरूरतों को बेहतर ढंग से समझा जा सके। इसके अतिरिक्त, ‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे द्वार’ योजना के तहत घर-घर सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जिसमें पेंशन प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी सेवाएं शामिल हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख पंजाब सरकार द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी, समाचार रिपोर्ट्स, और सामाजिक सुरक्षा विभाग के बयानों पर आधारित है। ताजा अपडेट्स के लिए esewa.punjab.gov.in पर जाएं।